sad poetry in hindi
नये ख़्वाब सजाये जाएंगे
फिर से नये ख़्वाब सजाये जाएंगे
उनके खत आज जलाये जाएंगे
वो जो सोचते थे, मर जाएंगे उनके बिना
उनके सामने किसी ओर को ब्याह कर लाएगे
फिर से निकलेगे एक नये सफर पर
फिर से नये शहर मे एक नया घर बसाएंगे
खेलने ना देगे, अब किसी को इस दिल से
रहते है, जो इसमे सब निकाले जाएंगे