sad poetry in hindi on love
तुझ पे लुटाए एक एक पल का हिसाब चाहिए
तुझ पे लुटाए एक एक पल का हिसाब चाहिए
जानेजा मुझको बेवफाई का जवाब चाहिए
चाहिए वापिस वो सारे खत जो तुझको लिखे
और साथ में जो दिए थे वो गुलाब चाहिए
जिसमे बंद है मेरे एहसास मोहब्बत के
वापिस अपनी वो गजलों की किताब चाहिए
जिससे उतर जाये नशा उसकी मोहब्बत का
साकी आज मुझको वो वाली शराब चाहिए
भुला दे जो उसके दिए ज़ख्मों का दर्द हमेशा के लिए
एक ज़ख्म ऐसा तुझसे नायाब चाहिए
चाहता हूं तो बस एक नीद सुकून भरी मैं
इसलिए मुझको तेरी आंखों के कुछ ख्वाब चाहिए