sad poetry in hindi on love
मेरी आंखों में खोना उसका
मेरी आंखों में खोना उसका
मेरे कांधे पे सिर रख के सोना उसका
उससे आज भी मोहब्बत बेपनाह है
साबित करता मेरी गजलों में होना उसका
एक तरफ तन्हाइयों के खौफ में मैं
एक तरफ उनके बीच मेरी यादों को पिरोना उसका
मुझको आज भी रुला देता है दोस्तों
वो बिछड़ते वक्त गले लगाकर रोना उसका
खत के फैले अल्फाजों को देखकर याद आया
वो रातों में तकिए को भिगोना उसका
मैंने आज भी संभाल कर रखा है
जो बचपन में टूट गया था खिलौना उसका