sad poetry in hindi on love
इश्क़ क्या है तुम्हे तब पता चलेगा
इश्क़ क्या है तुम्हे तब पता चलेगा
इश्क़ की गली से जब गुजरना होगा
जलना होगा चिराग बनकर तुमको
परवाना की तरह तड़पना होगा
मेरी यादें साथ रख लो काम आएगी
दर्द तुम्हारा जब दो गुना होगा
रास्ता मोहब्बत का तवील है दोस्त
तुमको रातों को भी जागना होगा
हिज्र हिज्र बड़ा लिखते हो
बात तब करना जब तुम्हारा सामना होगा
मोहब्बत का दावा करने वाले
महबूब का गम भी तुम्हे बाटना होगा