sad poetry in hindi on love
आज वो मिले तो बहुत ही उदास दिखे
आज वो मिले तो बहुत ही उदास दिखे
याद में किसी की अश्क बार दिखे
जिन में देखना चाहता था मोहब्बत अपने लिए
उन आंखों में किसी और के लिए इंतजार दिखे
कैसे करूं इलाज मैं उस मरज़ का दोस्तों
जिसका न कोई निशान न कोई घाव दिखे
उसकी लिखी हुई कविताओं में भी मुझको
किसी और के लिए ही प्यार दिखे
दीवारे कह रही थी दास्तां उसकी मोहब्बत की
सीलन के निशान उन पर बेशुमार दिखे
आंखों में नमी और होंठों पे फरियाद
कुछ इस तरह वो मुझको गम से आबाद दिखे