sad poetry in hindi on love

sad poetry in hindi on love | sad poetry in hindi | मोहोब्ब्त मे दुनिया को भुला देना

sad poetry in hindi on love

मोहोब्ब्त मे दुनिया को भुला देना

हर रित हर रिवाज को बड़ी आसानी से झुठला देना
कितना ही सहल है मोहोब्ब्त मे दुनिया को भुला देना

सहना हर सितम महबूब का भी और दुनिया का भी
पुछने पर होंठों ही होंठों मे मंद मंद मुस्कुरा देना

अगर समझों कभी काबिल अपनी मोहोब्ब्त के तुम
तो एक बार अपना दर्द मुझ को जरूर बता देना

मोहोब्ब्त मैंने भी की है पर तेरी तरहा नहीं दोस्त
ये अंदाज़ ए इश्क़ थोड़ा सा मुझ को भी उदार देना

किश्तियों नदी के उस पार गाव है मेरे महबूब का
जरा माझी से कहकर मुझ को उस पार उतार देना

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