sad poetry in hindi on love
गजल पढ़ने आए है
न ही तुझ को रूस्वा करने आए है
न ही तेरे सिर पर कोई इल्ज़ाम धरने आए है
हम तो तेरी इस महफिल मे मेरे महबूब
सिर्फ एक खूबसूरत गजल पढ़ने आए है
जो लबालब था कभी तेरी मोहोब्ब्त से
उस दिल ए कश्कोल को गम से भरने आए है
हम तो तेरी इस महफिल मे मेरे महबूब
आज अपने दर्द मे इजाफा करने आए है
आज देख कर सामने अपने हम को
क्यूँ माथे पर तेरे ये पसीने आए है
हम तो तेरी इस महफिल मे मेरे महबूब
आज अपने सारे वादों से मुकरने आए है
sad poetry in hindi on love
