sad poetry in hindi on love
हर बार उनको एक ही बात समझाते है
हर बार उनको एक ही बात समझाते है
किसी का प्यार पाने मे जमाने बीत जाते है
जो भी गुजर कर गए है इन रास्तों से
वो कहाँ फिर लौट कर वापिस आते है
बहाते है महबूब के गम मे इतने आंसू की
एकदिन आँखों के दरिया भी सुख जाते है
बताते है बड़े बजुर्ग की ये वो फूल है
दोस्त जिसके कांटे दिन रात तड़पाते है
एक तवील जंगल है ये ख्यालों का
जिसमे से आशिक़ निकल नहीं पाते है
sad poetry in hindi on love
