sad poetry in hindi on love
उनको अगर हमसे मोहोब्ब्त थी नहीं
उनको अगर हमसे मोहोब्ब्त थी नहीं
तो हमने भी कभी उनकी आरज़ू की नहीं
पी है तो सिर्फ शौक मे अपने दोस्तों के साथ
उनके गम मे एक दिन भी हमने पी नहीं
जिसको कहते है लोग इनायत खुदा की
वो मोहोब्ब्त कभी भी हमने जी नहीं
दिये है कई इम्तिहा अपनी वफा साबित करने के लिए
पर उनसे कभी कोई वादा कोई कसम ली नहीं
क्या सुनाते उनको हाल अपने दिल का दोस्त
जिनके दिल मे हमारे लिए कोई जगहा थी नहीं
बिता दी हमने तो सारी उम्र उनकी राहों मे
पर उन्होने हमे कभी तवज्जोह दी नहीं
sad poetry in hindi on love
