sad poetry in hindi on love
उदास आज प्याले पड़े हुए है
उदास आज प्याले पड़े हुए है
मयखानो पर ताले पड़े हुए है
खामोशी से बह रहे है समंदर
कश्ती से खाली किनारे पड़े हुए है
छल्ली है घावों से मेरा सीना
और पांव पर छाले पड़े हुए है
जिस दिल में बहार थी तेरे प्यार की
उसमे आज वीराने पड़े हुए है
एक तेरी हां के वास्ते जानां
कब से तेरे दर पर दीवाने पड़े हुए है
तू देगा एकदिन जिंदगी मेरी मोहब्बत को
इसी आस के हम सहारे पड़े हुए है