sad poetry in hindi on love
तुम मेरे गीतों में मोहब्बत बनकर बहते हो
तुम मेरे गीतों में मोहब्बत बनकर बहते हो
तुम मेरे होंठो पे जिक्र बनकर रहते हो
महकते हो खुशबू बनकर तुम मेरी सांसों में
तुम आज भी धड़कन बनकर मेरे दिल में रहते हो
जाता है जो रास्ता तुम्हारे घर की तरफ वो पल पल मुझको बुलाता है
झोका हवा का हर रोज पैगाम लेकर तुम्हारे आता है
क्या तुझको भी वो हाल दिल का मेरे सुनता है
क्या तेरे चेहरे पर भी ख्याल मेरा मुस्कान लेकर आता है
मैं आज भी तुम्हारी यादों में भटकता हुआ खो जाता हूं
मैं आज भी खुद को तुम्हारी मोहब्बत की दुनिया में पाता हूं
मैं आज भी इश्क़ की गलियों में हर रोज यारा जाता हूं
मैं आज भी जोर जोर से तुम को आवाज वहां से लगाता हूं
तू भला देख कर मुझ को क्यूं यारा छुप जाता है
इस भरी दुनिया में मुझ को तो एक चेहरा तुम्हारा भाता है
मेरी तन्हा रातों को बस एक ख़्वाब तुम्हारा आता है
तुमसे दूर होने का एहसास पल पल मुझे को सताता है
मोहब्बत में ये जुदाई भला तुम कैसे सेहत हो
तुम आज भी धड़कन बनकर मेरे दिल में रहते हो