sad poetry in hindi on love

sad poetry in hindi | sad poetry in hindi on love | मैंने इश्क़ सीखा है, हिज़्र मे जल कर

sad poetry in hindi

मैंने इश्क़ सीखा है, हिज़्र मे जल कर

तूने इश्क़ सीखा होगा हीर को पढ़ कर
मैंने इश्क़ सीखा है, हिज़्र मे जल कर
तू तड़पे अपने महबूब के वस्ल के वास्ते
मेरी तो रूह को सुकून मिले, उसकी एक झलक देख कर
तू ढूंढता फिरता है, इश्क़ को खूबसूरत चेहरो मे
मैं तो खुद अपने यार सा बन गया, इश्क़ मे पड़ कर
तेरे लिए इश्क़ होगा पाने का नाम
मेरे लिए इश्क़ मे इश्क़ हो जाना है, इश्क़ कर कर
जिस इश्क़ को तू समझ बैठा है, मंज़िल अपनी
वो एक सफर है मेरे लिए, जिसे काटना है मुझे
मुसाफिर बन कर
तू सवारता होगा अपना जिस्म उससे मिलने से पहले
मुझे तो सवारनी है अपनी रूह उससे मिल कर
मैंने इश्क़ सीखा है, हिज़्र मे जल कर

sad poetry in hindi

You must have learnt how to love by reading Heer
I have learnt it burning in pangs of separation
You cry for meeting with your lover
My soul gets relieved when I see him once
You seek love in the beautiful face
I have become like my lover in love
For you love means to get something
But for me love means sacrifice of myself
You think that love is your destination
it’s just a pilgrimage for me and I will cover it like a traveler
you may be decorating your face before you meet your love
I want improvement in my soul by meeting him
I have learnt it burning in pangs of separation

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