sad poetry in hindi
हम उनके कभी काबिल ना हो पाये
वो हमे कभी मयस्सर ना हो पाये
शायद हम उनके कभी काबिल ना हो पाये
ताउम्र जलते रहे हिज़्र की आग मे हम
वो हमारे जेहन से कभी जा ही ना पाये
कुछ तो बात थी, उनमे
जो उनके बाद हम किसी के कभी हो ही ना पाये
वस्ल को तरसते है, उनके आज भी हम
वो जो लौटकर वापिस कभी आ ही ना पाये