sad poetry in hindi
अब ना लौटकर आना
अब ना आस जगाना, अब ना प्यास जगाना
जो जा चुका है, मेरी जिंदगी से तू
अब ना लौटकर आना
तेरी यादों को बिठा रखा है, घर के बाहर मैंने
तू आके अब ना मेरा दरवाजा खटखटाना
एक दौर गुजारा है, तेरे हिज्र मे, तेरे इंतज़ार मे
उस दौर मे मुझको अब ना वापिस जाना
बड़ चुकी हूँ, अपनी जिंदगी मे आगे तेरे जाने के बाद
तू आके अब ना मुझ पर हक जताना
अब ना आस जगाना, अब ना लौटकर आना