sad poetry in hindi
यूं आई दूरियां
यूं आई दूरियां हम दोनों के बीच मे
पास होकर भी लगते है, दूर से
तुमने कहा था …..
प्यार काफी है हमारा, हम दोनों के लिए
रहेगे हम साथ …..
किसी तीसरे की जरूरत नहीं है
फिर ये कौन आया, किसने दी दस्तक
क्यूं छोड चले मुझको
क्यूं देखा नहीं पलटकर
मैं इंतज़ार मे हूँ, आज भी तेरे लिए
यूं आई दूरियां हम दोनों के बीच मे
पास होकर भी लगते है, दूर से
कहा गया, वो तेरा मुझको मनाना
छोटी छोटी बातों पे हंसना मेरी
और फिर खुद रूठ जाना
आज मेरा दिल करता है, तुझको मनालू
जाने से रोकलू तुझको
सिर तेरे कदमो मे झुकालू
चलो आज बता ही दू तुझको
तू क्या है मेरे लिए
यूं आई दूरियां हम दोनों के बीच मे
पास होकर भी लगते है, दूर से
क्या हुआ उन सपनों का
जो हमने साथ मे देखे थे
उन वादो का, रीति रिवाजो का
जो हमारे दरमियां हुए थे
कहा गए वो पल, जो हमने साथ मे जिये थे
सब कुछ छोड चले
रिश्ता तोड़ चले
शायद ये एक खेल था, तुम्हारे लिए
यूं आई दूरियां हम दोनों के बीच मे
पास होकर भी लगते है, दूर से