sad poetry in hindi
मुझे तुझे भूलाना नहीं आता
मुझे तुझे भूलाना नहीं आता
तेरी यादों से पीछा छूड़ाना नहीं आता
धड़कता है, इस दिल मे धड़कन बनकर आज भी तू
अपने दिल को समझाना नहीं आता
मुझे तुझे भूलाना नहीं आता
चलता है, साया बनकर साथ मेरे
तुझे दुनिया से छूपाना नहीं आता
ज़िकर होते ही तेरा, झलक पड़ते है आंखो से आसू
इन आंसुओं को रोकपाना नहीं आता
मुझे तुझे भूलाना नहीं आता
जीता है, आज भी तू अतीत मै मेरे
उस अतीत को मिटाना नहीं आता
जो रिश्ता बन चुका था, हम दोनों के बीच प्यार का
उस रिश्ते को झुठलाना नहीं आता
मुझे तुझे भूलाना नहीं आता
रिस रहे है वो जख्म आज भी जो तूने दिये
इन जख्मों को छूपाना नहीं आता
क्या करूँ उस प्यार का जो तेरे लिये इस दिल मे है
क्योकि मुझे उसको भी दबाना नहीं आता
मुझे तुझे भूलाना नहीं आता
sad poetry in hindi
