sad poetry in hindi
हम मुल्जिम ही सही
अगर वो समझते है, हमको अपना मुल्जिम
तो मुल्जिम ही सही
करते है, वो जो हम से नफरत
तो नफरत ही सही
हम तो रहना चाहते है, बस उनके दिल मे
रखना चाहते है, हमे ऐसे तो ऐसे ही सही
उनका तो शोक है, लोगो को अपने हुस्न से पागल करना
ये इल्ज़ाम भी हमारे सर पर तो सर पर ही सही
sad poetry in hindi