sad poem in hindi on love

sad poetry in hindi | यार का दीदार हुआ | sad poem in hindi on love

sad poetry in hindi

यार का दीदार हुआ

तू हज करने गया था, हज हुआ
जिस सफर पर निकला था, क्या वो पूरा हुआ
मक्का जाते जाते जा पहुंचा तू यार की गली मे
क्या वहाँ तुझे उसका दीदार हुआ
झुकना चाहता था, तू कभी इबादत मे जिसकी
मिलके अपने यार से वो ख्वाब पूरा हुआ
सुना था, जो मिलता है उससे उसी का हो जाता है
बता जैसा सुना था मैंने, क्या तेरे साथ भी वैसा हुआ
तू हज करने गया था, हज हुआ

sad poetry in hindi
sad poem in hindi on love
sad poetry in hindi
Share With :