sad poetry in hindi
हमारा भी एक दौर था
हमारा भी एक दौर था, हमारा भी एक ज़माना था
हम भी किसी पे मरते थे, हमारा भी कोई दीवाना था
चर्चे इश्क़ के हमारे भी हुआ करते थे, आम
अपने गली, मोहल्ले मे हम भी थे, कभी बदनाम
कभी दुश्मन हमारा भी ये ज़माना था
हमारा भी एक दौर था, हमारा भी एक ज़माना था
रंग हम पर भी चढ़ा था, किसी के प्यार का
किसी की आँखो मे हमने भी देखा था, खुदा
मंदिर, मस्जिद, जाना छोड़ दिया था, हमने
जब होने लगा था, रोज़ उसका सजदा
पर किसी ओर के दर पर हमारा यू सिर झुकाना
लोगो को गवारा ना था ……
हमारा भी एक दौर था, हमारा भी एक ज़माना था
नफरत की आग मे हम भी जले थे
ताने दुनियावालों के हमने भी सहे थे
धर्म का सहारा लेकर हमे भी गुनहगार बताया गया था
हमारे सामने हमारे प्यार को जलाने का हमे
फरमान सुनाया गया था ….
पर जलाकर भी जिसको कोई मार ना सका ऐसा हमारा प्यार था
हमारा भी एक दौर था, हमारा भी एक ज़माना था
माना कठिनाइया बड़ी थी तब, साथ मे थे हम जब
अपनो की रुसवाईया और हर कसौटी से गुजरे थे, हम
हमारी बरबादी का मंज़र देखने आया पूरा जहां था
तमाशा हमारे प्यार का इन लोगो ने बनाया सरेआम था
पाक था हमारा प्यार इसलिए हमने दिया हर इम्तिहान था
हमारा भी एक दौर था, हमारा भी एक ज़माना था
हर तरफ से हो रही थी सजिशे, हमे अलग करने की
हर तरफ से हो रहे थे, हम पर अनगिनत अत्याचार
नफरत से भरी वो अंधेरी गलिया, मेरे हाथो से छूटता तुम्हारा हाथ
पर जैसा भी था, तेरे साथ बिताया वो दौर बड़ा प्यारा था
हमारा भी एक दौर था, हमारा भी एक ज़माना था