sad poetry in hindi
मैं बेवफ़ाई निभा ना पाई
मैं आज तक किसी की हो ना पाई
तेरे जाने के बाद चेन से सो ना पाई
ख़्वाब आते है, आज भी मुझे तेरे होने के
तेरी यादों से मुँह मैं मोड ना पाई
होती है, दिन रात बंदगी तेरी
जगहा तेरी किसी को मैं दे ना पाई
तू जा चुका है जिंदगी से मेरी, सच है ये
पर ये दिल को अब तक समझा ना पाई
तुझसे वफ़ा की ना गयी मुझसे
ओर मैं बेवफ़ाई निभा ना पाई
sad poetry in hindi
