sad poetry in hindi on love
मेरी धड़कन को यूं बढ़ाया न करो
मेरी धड़कन को यूं बढ़ाया न करो
उनसे कहो ख्वाबों में आया न करो
जो कभी पूरे नही कर सकते
वो ख़्वाब मुझको दिखाया न करो
भरम होता है की वो आया है
हवाओं ऐसे दरवाजा खटखटाया न करो
मेरा दिल शीशे का है मेरे दोस्त
चोट इस पर कोई लगाया न करो
आशिक़ का दर्द एक आशिक़ जाने
हर किसी को ये दर्द सुनाया न करो
ये इश्क़ है इसका कोई इलाज़ नही
जितना हो सके खुद को बचाया करो