sad poetry in hindi on love
उसकी आंखों ने ऐसा मंजर दिखाया मुझको
उसकी आंखों ने ऐसा मंजर दिखाया मुझको
की फिर धीरे धीरे से अपना बनाया मुझको
नीम-शब,तारो से भरा रात का आंचल
खटखटाया दिल का दरवाजा और उठाया मुझको
अपनी तन्हां अंधेरी तड़पती हुई रातों में
उसने चिराग की तरह जलाया मुझको
अपने विरान बंजर उदास पड़े दिल में
उसने फूल की तरह खिलाया मुझको
मोहोब्बत सफर और आशिक़ मुसाफिर है
घर से निकलने से पहले था बताया मुझको
कुछ नही तो एक अच्छा शायर जरूर बन जाऊंगा
उसने मेरी नज्मों को पढ़कर भरोसा दिलाया मुझको