sad poetry in hindi on love
आंखों में मुसलसल बरसाते है
आंखों में मुसलसल बरसाते है
तन्हाइयों से लड़ती हुई राते है
बची है तो कुछ यादें मेरे पास
और खातों में तुम्हारी बाते है
मेरी अलमारी में रखी एल्बम में
कुछ तस्वीरों में हमारी मुलाकाते है
जो लिखी थी तुमने मेरे लिए
बड़े चाव से सबको वो गजलें सुनाते है
भूलते नही तेरे लिए चूड़ी,बिंदी लेना
जब भी बाहर कही जाते है
आज भी तेरी जुदाई का बोझ यार
बड़ी खुशी से अपने कंधों पर उठाते है