sad poetry in hindi on love
एकबार तो वो मेरे घर आए
एकबार तो वो मेरे घर आए
मेरे अंधेरे कमरे में एक दिया जलाए
उदासी जो रहती है हर वक्त साथ मेरे उसको सहलाए
एकबार तो वो मेरे घर आए
आंगन में जो फूल मुरझा रहे है उनको पानी दे
मेज़ पर कोरे पन्ने बिखरे है जो उनको नयी कहानी दे
मुझको फिर से कुछ यादें पुरानी दे
एकबार तो वो मेरे घर आए
कुछ मेरी सुने कुछ अपनी बताए
कुछ लम्हे मेरे साथ बिताए
एकबार वो मुझको फिर गले से लगाए
एकबार तो वो मेरे घर आए
तेरे दिए गुलाब को किताबों में छुपा रखा है
यादों की एल्बम को आज भी दिल से लगा रखा है
तेरी तस्वीरों से पूरा घर सजा रखा है
एकबार तो वो मेरे घर आए
मैंने परिंदों को तेरा घर दिखाया है
उन्होंने तेरा सारा हाल मुझको सुनाया है
तू रहता है आजकल बड़ा ख़ामोश ये भी बताया है
एकबार तो वो मेरे घर आए