sad poetry in hindi on love
लगी है जहां पर भीड़ वो है उसके घर का रास्ता
लगी है जहां पर भीड़ वो है उसके घर का रास्ता
किए है जहां मैंने हजारों सजदे उस दर का रास्ता
मैं जिसको कभी बयां न कर सका अपनी नज्मों में
वो उसकी नजर थी या था एक जन्नत का रास्ता
उसके दिल तक पहुंचना था मुझको दोस्तों
इसलिए मोहब्बत में लिया नही मैंने बदन का रास्ता
वो ही अपनी मंजिल पाते है यहां पर
जो समझते है इश्क़ को इबादत का रास्ता
हम इसलिए भी डरते नही आने वाले तूफानों से
हम कश्तियों ने हमेशा पकड़ा है समंदर का रास्ता
उसे और क्या ही तमन्ना होगी जिंदगी से दोस्तों
जिसकी चाहत ही बनी उसकी राहत का रास्ता