sad poetry in hindi on love
घर की दीवारों से आवाज़ लगाता है कोई
घर की दीवारों से आवाज़ लगाता है कोई
मुझको अपनी ओर बुलाता है कोई
देता है दस्तक ख्वाबों में मेरे
दिल के दरवाजे को खटखटाता है कोई
मांगता है दुआ दिन रात मेरे लिए
मुझको मुश्किलों से बचाता है कोई
गुजरता हूं जिन जिन रास्तों से मैं
वहां से मेरे पैरों की घुल उठाता है कोई
करता है बातें तन्हाई में मुझसे
रातों को नीद में सहलाता है कोई
जिन गीतों को लिखा था मैंने दोस्तों
उनको आजकल गुनगुनाता है कोई