sad poetry in hindi on love
ये किस्सा मेरे दोस्तों एक गुलाब का है
ये किस्सा मेरे दोस्तों एक गुलाब का है
जिसने रोशन किया रातों को उस आफ़ताब का है
वो मिला है मुझको मोहब्बत बनकर जो इस जन्म में
जरूर ये फल मेरे पिछले जन्मों के सवाब का है
देर से उठने का कारण पूछते है घरवाले मुझसे
क्या बताऊं उन्हें यहां भी कसूर उसके ख्वाब का है
जिसको पढ़कर तुम बटोर रहे हो तालियां महफ़िल में
दोस्त ये शेर तो मेरी गजलों की किताब का है
कभी तो खटखटाओं दरवाजा मेरे दिल का तुम
कभी तो देखो उसमे प्यार तुम्हारे लिए बेहिसाब का है