sad poetry in hindi on love
हम कहां तक आ गए
मोहब्बत करते करते हम कहां तक आ गए
जहां से मुड़ना मुमकिन नहीं हम वहां तक आ गए
तेरा चेहरा बन गया जहां सबब मेरे सुकून का
जानेजां इस सफर में हम उस मकां तक आ गए
रखना चाहा लाख छुपाके तुमको दुनिया की नज़र से
पर गजल बनके एकदीन तुम मेरी जुबां तक आ गए