sad poetry in hindi on love
एक तू ही तो मेरी जान है
एक तू ही तो मेरी जान है
मेरी राहतों का सामान है
मुझे छोड़के न जा तू
मुझे अपनी गज़ल बना तू
मुझे लबों पे अपने सजा तू
मुझे साज की तरह बजा तू
मुझे चाहतों से अपनी सवार दे
तू इबादतों से मुझे निखार दे
मुझे दे नई जिंदगी
मेरे दिलबर मेरे हमनशी
एक तू ही तो मेरा सहारा है
मुझ डूबते हुए का किनारा
तू जो अब की बार आएगा
फिर कभी न लौट पाएगा
मैं रखलूंगी तुझे बंधाकर
अपने दिल में हमेशा संभालकर