sad poetry in hindi on love
तेरे लिखे खत अपने हाथों से जलाऊं कैसे
तेरे लिखे खत अपने हाथों से जलाऊं कैसे
जिस दिल में रहता था मैं उस दिल को दुखाऊं कैसे
कैसे करूं रुसवा तुझको भरी महफिल में
किसी और को तेरी जगह लाकर बिठाऊं कैसे
जो लिखी थी तुमने सिर्फ और सिर्फ मेरे लिए
मैं उस गज़ल को लोगो के सामने पढ़कर सुनाऊं कैसे
नही है तुमसे अब मुझको मोहब्बत जानां
बता ये बात अपने दोस्तों को मैं समझाऊं कैसे