sad poetry in hindi

sad poetry in hindi on love | sad poetry in hindi | बचा क्या है अब मेरे पास छुपाने को

sad poetry in hindi on love

बचा क्या है अब मेरे पास छुपाने को

मुझे खबर न हुई की खबर हो गई ज़माने को
बचा क्या है अब मेरे पास छुपाने को

तू एकबार फिर से कोशिश तो कर मोहब्बत करने की
मैं तैयार हूं तेरे हर सितम उठाने को

तेरे दर से क्या उठाया गया मेरे महबूब
मैं भटकता रहा ताउम्र एक आशियाने को

मैंने संभालकर रखे है तेरे सारे खत तेरे सारे तोहफे
रह गया है तो बस एक दिया इंतजार में जलाने को

sad poetry in hindi on love
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