sad poetry in hindi on love
कल उनसे हमारी जरूर मुलाकात हुई
कल उनसे हमारी जरूर मुलाकात हुई
पर न कोई जिक्र न ही कोई बात हुई
आखों ही आखों में कट गया वक्त
पता ही न चला दोस्तों कब शाम हुई
जब गुजरे लम्हें दौड़ने लगे आंखों के सामने
इसी बीच अचानक कहां से बरसात हुई
वो चुरा रहे थे नज़रे हमसे
वो नज़रे जिन से हमरी मोहब्बत परवान हुई
उनका कुछ न कहना और चले जाना
इस तरह खत्म हमारे इश्क़ की दास्तान हुई