sad poetry in hindi on love
किसी पे जाँ-निसार हम भी थे
किसी पे जाँ-निसार हम भी थे
किसी की मोहब्बत में बर्बाद हम भी थे
किया करते थे दिन रात शायरी
दोस्त कभी इतने बेकार हम भी थे
शुमार थे किसी के चाहने वालों में
गुलाब किसी की किताब का हम भी थे
थे हम भी किसी की यादों से आबाद
किसी के ख्वाबों से सरशार हम भी थे
हमसे भी थी किसी को बे-पनाह मोहब्बत
जुड़े किसी के दिल के तार से यार हम भी थे
sad poetry in hindi on love
