sad poetry in hindi on love
तेरे गम के सिवा पास कुछ होता नहीं था
तेरे गम के सिवा पास कुछ होता नहीं था
फिर भी ऐ दोस्त मैं रोता नही था
अश्क आकर ठहर जाते थे पलकों पर मेरी
लेकिन मैं तेरा खत कभी भिगोता नही था
कोई चुरा न ले जाए तेरे ख़्वाब मुझसे
ये सोचकर भी मैं रातों को सोता नही था
तू चला साया बनकर हर कदम पर साथ मेरे
इसलिए तेरे दूर होने का एहसास होता नहीं था
जब कभी भी बिखर जाता था याद में तेरी
तो मैं कई दिनों तक खुद को संजोता नही था
sad poetry in hindi on love
