sad poetry in hindi on love
अपनी मोहब्बत को गम में पिरोता हुआ
अपनी मोहब्बत को गम में पिरोता हुआ
आज देखा मैने एक आशिक रोता हुआ
महबूब के ख्यालों में खोता हुआ
वो गुजारा था यहीं से होता हुआ
करके जिक्र पहली मोहब्बत का
अश्कों से अपना गिरेबान भिगोता हुआ
मिलेगा वो तुझको मयखाने में दोस्तों
अपने आप को शराब में डूबोता हुआ
उसको रात में आते होंगे ख्वाब उसके
इसलिए प्यारा लगता है वो सोता हुआ