sad poetry in hindi on love
आंखों में उसकी झील सी गहराई थी
आंखों में उसकी झील सी गहराई थी
फिर भी न जाने किसकी प्यास छुपाई थी
मैं उस पल को भुला नही पा रहा हूं
जिस पल वो लड़की मुझ से टकराई थी
एक सुंदर मुस्कान होंठों पर लिए वो
अपने अंदर दबाकर बैठी तन्हाई थी
पूछने पर मेरे दोस्तों ने बताया मुझ को
उसने मोहब्बत में गहरी चोट खाई थी
शायद यहीं है वो प्रेरणा मेरी कविताओं की
जिसकी तलाश मुझ को यहां तक लाई है
sad poetry in hindi on love
