sad poetry in hindi on love

sad poetry in hindi on love | sad poetry in hindi | थक नही रहे जिसकी तारीफ़ तुम सुनाते हुए

sad poetry in hindi on love

थक नही रहे जिसकी तारीफ़ तुम सुनाते हुए

थक नही रहे जिसकी तारीफ़ तुम सुनाते हुए
मेरी उम्र बीत गई उस तस्वीर को बनाते हुए

जब पूछा मेरे इस हुनर का राज लोगो ने मुझसे
तो मैं रो पड़ा अपने ही आंसूओं को छुपाते हुए

हमारी मोहब्बत की लम्बी उम्र की दुआ करना
मैने कहा था एकदीन उसे गले से लगाते हुए

हां वो ही शख्स जो करीब था दिल के बहुत
आज बढ़ा गया फासले मेरी जिंदगी से जाते हुए

मैंने भी फिर कह दिया अलविदा उसको दोस्तों
उसके इंतजार में जल रहे दीयों को बुझाते हुए

sad poetry in hindi on love
sad poetry in hindi
sad poetry in hindi on love
Share With :