sad poetry in hindi on love
आज हमने भी एक गुनाह यार कर दिया
आज हमने भी एक गुनाह यार कर दिया
मोहब्बत में महबूब को भगवान कर दिया
बहता था जिन आंखों से दरिया दर्द का
उन आंखों को उसके ख्वाबों से आबाद कर दिया
लिखने लगे है आजकल शायरी हम
हमको मोहब्बत ने कितना बेकार कर दिया
जिस जंगल से ख़ौफ़ खाते थे लोग,देख
तेरे कदमों ने आज उसको गुलजार कर दिया
बताकर मेरी मोहब्बत को एक नादानी
तुमने मेरी कितनी रातों का नुक्सान कर दिया
sad poetry in hindi on love
