sad poetry in hindi on love
तेरी हर निशानी जला दी गई है
तेरी हर निशानी जला दी गई है
सजा जुदाई की भी बढ़ा दी गई है
भूल जाऊं तुझको हमेशा के लिए इसलिए
तेरी तस्वीर को आग लगा दी गई है
जो लिखी थी रातों को जाग कर मैंने
वो गजले न जाने कहां दफना दी गई है
रहूं हमेशा महरूम तेरी मोहब्बत से
मुझको शायद यही दुआ दी गई है
न पहुंच पाए तू मुझ तक इसलिए
खबर मेरी मौत की उड़ा दी गई है
sad poetry in hindi on love
