sad poetry in hindi on love
जब से हूं तुझ से जुड़ा जानाँ
जब से हूं तुझ से जुड़ा जानाँ
मैं तो भूल ही गया हूं खुदा जानाँ
याद है कुछ तो सिर्फ तू ही तू
और तेरे साथ बिताया समा जानाँ
आकर मुझ को रोशन कर
अब रहने लगा हूं बुझा बुझा जानाँ
महक आने लेगी है मेरे बदन से
तूने जब से है छुआ जानाँ
मेरी मुकम्मल मोहब्बत के लिए
तू भी कर कोई दुआ जानाँ