sad poetry in hindi on love
सही नही जाती अब दर्द ऐ तन्हाई
सही नही जाती अब दर्द ऐ तन्हाई
मुझको पल पल मार रही है तेरी ये जुदाई
जो लेकर आती है खुशबू तेरी गलियों की
जानां उन हवाओं से भी न गई ये आग बुझाई
जिनको भर नही पा रहे आंसू भी मेरे
दरिया से भी गहरी है उन जख्मों की गहराई
थूक रही है खून दिन रात आंखे मेरी
देख तेरी मोहब्बत किस मोड़ पे ले आई
हां इक तेरी ही दीद के वास्ते मेरी जानां
मैने खुद अपनी मौत की झूठी खबर है उड़ाई
sad poetry in hindi on love
