sad poetry in hindi on love
जिससे कभी मोहब्बत की है
जिससे कभी मोहब्बत की है
वो ही आज दुश्मनी निभा रही है
जो अश्क गिरे है उसकी याद में
आज उनको झूठा बता रही है
मेरे हर एहसास हर जज़्बात को
वो मजाक में उड़ा रही है
जो लिखी थी सिर्फ उसके लिए
वो गज़ल आज सबको सुना रही है
अकेले में बिताए हमारे पलों को वो
हस हस कर दोस्तो को बता रही है