sad poetry in hindi on love
तेरे सजदे में निछावर अब ये जीवन करना है
तेरे सजदे में निछावर अब ये जीवन करना है
जिसमे हो तेरी खुशी उसी रास्ते पे चलना है
हो मुक्कमल तेरी हर दुआ इस वास्ते मेरे महबूब
चिराग बनकर मुझको दिन और रात जलना है
जिस से संवर जाए पूरी की पूरी जात मेरी
वो एहसास बनकर मुझको तेरी पनाह से निकलना है
जिन जख्मों का कारण तू बताता है मुझको
उन जख्मों को मुझको आज अपने आसूंओं से भरना है
रोशनी के सफर पे मिल जाएंगे तुझको कई हमसफर
मुझको तो तेरी तन्हां रातों का साथी बनना है
sad poetry in hindi on love
