sad poetry in hindi on love
कैसे कैसे दिन देखे है हम ने तेरी यारी मे
कैसे कैसे दिन देखे है हम ने तेरी यारी मे
उम्र सारी बिता दी गम की चार दीवारी मे
रोना रातों को और मुस्कुराना दिन को
ऐसे ऐसे ढोंग किए है हम ने दुनियादारी मे
न आँखों मे आंसू न गयी हंसी होंठों से
न छु पाया कोई गम हमको तेरी सरदारी मे
फिर तुम ऐसे गए जिंदगी से मेरी जैसे कोई
चला जाता है छोडकर किसी को बेकारी मे
आज फिर उदास कर गयी तेरी याद हमको
पढे जब खत जो छुपा कर रखे थे अलमारी मे
फूलों से महक आने लगी है तेरी मोहोब्ब्त की
छा गयी है घटा यादों की आज भरी दोपहरी मे