sad poetry in hindi on love
इश्क़ करने का कुछ सिला तो मिला
इश्क़ करने का कुछ सिला तो मिला
इसी बहाने मुझ को खुदा तो मिला
गुजर कर गए है जो इन रास्तों से
उनके पैरों का मुझ को निशां तो मिला
मिला अगर मुझ को दर्द बेइंतिहा तो
मुझ को अपने बंजर जिस्म पर
मोहोब्ब्त का फूल खिला तो मिला
बना लिया है दवा गम को मैंने
मोहोब्ब्त करने का ये फायदा तो मिला
आज मुझको उसकी चौखट पर यारों
अपने इंतज़ार मे जलता दिया तो मिला