sad poetry in hindi on love
आज भी मेरी गली से जब वो गुजरता होगा
आज भी मेरी गली से जब वो गुजरता होगा
तो मुझ को पुकार कर जरूर निकलता होगा
बनाता होगा आज भी पानी पर तस्वीर मेरी
आज भी सिर्फ मेरे लिए ही वो लिखता होगा
मुस्कुराता होगा शर्माता होगा दोस्तों वो
जब भी कोई उससे मेरे बारे मे पूछता होगा
काटती होगी तन्हाई उसको जब भी तो
वो तड़प कर सिर्फ मुझ को ही ढूँढता होगा
सुनता होगा वो आज भी मीर तकी मीर को
बड़ी मोहोब्ब्त से उसकी गजले पढ़ता होगा
जब भी सताती होगी मेरी याद उसको तो
वो ख्वाबों मे जाकर मुझ से मिलता होगा
sad poetry in hindi on love
