sad poetry in hindi on love
आज इक दर्द बेपनां है
आज इक दर्द बेपनां है
ऊपर से रूका हुआ समां है
जो पूरी न हो सकी कभी
मोहोब्ब्त की वो दास्ताँ है
एक तरफ है जुदाई तेरी
एक तरफ ये बेदर्द जहां है
तेरा साथ है तेरे अपने सारे
मेरा इश्क़ बड़ा तन्हां है
आई आज फिर याद तेरी
आज फिर जो शाम जवां है
कट जाए सुकून से ये रात
ये ही एक मेरी दुआ है