sad poetry in hindi on love
रस्ते महबूब के दिल के कहाँ आसान होते है
रस्ते महबूब के दिल के कहाँ आसान होते है
ये तो बड़े ही मुश्किल बड़े ही दुश्वार होते है
खामोश रह कर पीना पड़ता है जहर जुदाई का
तब जाकर मिलन के यहाँ आसार होते है
खून जिगर का देकर मनाना पड़ता है यार
जब कभी भी वो मोहोब्ब्त मे नाराज़ होते
टूटते है बिखरते है डूब जाते है अपने ही आसूँओ मे
तब एक गजल लिखने के लिए तय्यार होते है
लेते है अपना हर फैसला दिल से वो दोस्तों
वो तेरी तरहा मेरी तरहा कहाँ होशियार होते है
बंधे होते है सिर्फ अपने महबूब की मोहोब्ब्त मे
दुनिया के हर बंधन से वो आज़ाद होते है
sad poetry in hindi on love
