sad poetry in hindi

sad poetry in hindi on love | sad poetry in hindi | इन राहों पे बिखरे हुए अरमान रह जाते है

sad poetry in hindi on love

इन राहों पे बिखरे हुए अरमान रह जाते है

इन राहों पे बिखरे हुए अरमान रह जाते है
आशिक़ों के सिर्फ पैरों के निशान रह जाते है

रह जाते है इन राहों पे उदास काले बादल
और रोते हुए तन्हा आसमान रह जाते है

मुरझा जाते है जब सारे फूल एकदिन तो
बहार का इंतज़ार करते बागबान रह जाते है

फिर आवाज़ सुनने के लिए अपने महबूब की
सारी ही जिंदगी तरसते कान रह जाते है

चली जाती है रूह तो अपने महबूब के साथ
जिस्म खाली सिर्फ मेरी जान रह जाते है

रह जाते है बस दर्द,गम ताउम्र के लिए यहाँ
सुख तो सिर्फ बनके मेहमान रह जाते है

sad poetry in hindi on love
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