sad poetry in hindi on love
प्यार की शुरुआत तो उनकी नजरों ने की है
प्यार की शुरुआत तो उनकी नजरों ने की है
हमने तो सिर्फ और सिर्फ अपनी मंजूरी दी है
सारा कसूर हमारा नहीं कुछ उनकी आँखों का भी है
जिसने भरी महफिल मे आज ये खराबी की है
दे के सुकून रात का और गवाके चैन दिन का
फिर जाकर कहीं हमने ये बेचैनी ली है
इस एक घड़ी के लिए हमने दोस्तों न जाने
अपने महबूब की कितनी ही जी हजूरी की है
चाहे लाख छुपाए वो बात हमे से दिल की
हम जानते है इसमे उनकी अपनी मर्ज़ी भी है
कहते है सब से बस एक ही बात हर बार
की मेरे दिल की चोरी उन्होने नहीं की है